tag:blogger.com,1999:blog-18436534.post3598969939877584271..comments2024-01-10T15:57:22.152+05:30Comments on मसिजीवी: पापा !!! ये मसिजीवी क्या है.....मसिजीवीhttp://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-13460924442579492652007-02-24T19:58:00.000+05:302007-02-24T19:58:00.000+05:30छिपे हुए मसिजीवी को थोड़ा बहुत बाहर लाने के गुनहगा...छिपे हुए मसिजीवी को थोड़ा बहुत बाहर लाने के गुनहगार तो हम होने जा रहे हैं। हमने आपको टैग किया है।<A HREF="http://vadsamvad.blogspot.com/2007/02/blog-post_24.html" REL="nofollow">यहां देखें </A>Neelimahttps://www.blogger.com/profile/14606208778450390430noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-41904336830455084322007-02-24T19:11:00.000+05:302007-02-24T19:11:00.000+05:30राजीव, चिट्ठों के नाम तो अभिव्यक्ति के लिए चुने ग...राजीव, चिट्ठों के नाम तो अभिव्यक्ति के लिए चुने गए नाम हैं मेरा संदर्भ अपनी पहचान का है कि क्या छद्म पहचान शायद ब्लॉगिंग के तेवर के लिहाज से बेहतर विकल्प है।<BR/>श्रीश व समीर भाई, मसिजीवी का अर्थ है मसि + जीव, मसि का अर्थ है स्याही (Ink) मसिजीवी का अर्थ हुआ स्याही पर जीने वाला (लेखक)<BR/>हां समय की मार तो है... जहां तक हिम्मत की बात है, ठीक हे कायर ही समझें उस गुमनाम को समझेंगे ना :) ओर महत्व तो बात का हे ना।मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-42110721465843960592007-02-24T17:36:00.000+05:302007-02-24T17:36:00.000+05:30आपकी इच्छा, जैसे चाहो लिखो. हमें पसन्द आया तो भी ट...आपकी इच्छा, जैसे चाहो लिखो. हमें पसन्द आया तो भी टिप्पणी करेंगे. न आया तो भी. :)संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-74685450918653056982007-02-24T12:02:00.000+05:302007-02-24T12:02:00.000+05:30"हम उसी पहचान के साथ होते हैं जो 'वास्तविक' जीवन ..."हम उसी पहचान के साथ होते हैं जो 'वास्तविक' जीवन की है तो उस दुनिया के पाखंड, पॉलिटिकल करेक्टनेस, महानता के व्यामोह, उदार सांप्रदायिक सद्भाव (तेरा इरफान मेरे इरफान से सफेद कैसे??) जैसे मुखौटे भी साथ आते हैं। "<BR/>शायद यह सच हो, पर गुमनाम हो कर लिखने का सोच कर मुझे लगता है जैसे कि हममें अपनी बात कहने की हिम्मत नहीं थी इसलिए इसे छुप कर कहते हैं. पर अगर गुमनामी के बदले विभिन्न भेष बदल कर, बहरूपिया बन कर अलग अलग दृष्टिकोणों से बातों को सोचा जाये और उनके बारे में अलग अलग चिट्ठों में विभिन्न नामों से लिखा जाये, यह मुझे अधिक रोचक लगता है, हाँ उसके लिए समय कहाँ से आयेगा, उसकी दिक्कत हो सकती है.Sunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-71355886420693021482007-02-24T08:04:00.000+05:302007-02-24T08:04:00.000+05:30श्रीष का जवाब देखकर कर तो हम मसिजीवी कहलाये...आप न...श्रीष का जवाब देखकर कर तो हम मसिजीवी कहलाये...आप नहीं. मगर संज्ञा मे परिभाषा का क्या काम, भले ही कोई मास्स्साब बतायें. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-59310569430512133712007-02-24T08:01:00.000+05:302007-02-24T08:01:00.000+05:30यार, यह बिटिवा तो हमारा ही प्रश्न पूछ रहा है, बताओ...यार, यह बिटिवा तो हमारा ही प्रश्न पूछ रहा है, बताओ तो शाब्दिक अर्थ कम से कम से. :)<BR/><BR/>बेटे के गैंग मे हम भी है, आप अलग.. हा हा :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-23668775277898381502007-02-24T06:10:00.000+05:302007-02-24T06:10:00.000+05:30आपको जानकर हैरानी होगी कि आपके ब्लॉग का नाम पढ़कर म...आपको जानकर हैरानी होगी कि आपके ब्लॉग का नाम पढ़कर मैंने कुछ ऐसा ही सवाल अपने पिताजी से पूछा कि 'मसिजीवी' का अर्थ क्या होता है तो उन्होंने बताया कि जो 'मुन्शी' का काम करे, मुन्शीगिरी, बही खातों से आजीविका चलाता हो।<BR/><BR/>उम्मीद है अब आप भी अपने बच्चे को मसिजीवी का अर्थ समझा सकेंगे।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-35258403273874196092007-02-24T00:28:00.000+05:302007-02-24T00:28:00.000+05:30जड़ और जीवंत नामों से पूर्व हम यह तो तय करें कि ये ...जड़ और जीवंत नामों से पूर्व हम यह तो तय करें कि ये नाम चिट्ठों के लिये तय करते हैं लोग या चिट्ठाकार के लिये। अब हमें तो कोई समझ में आया नहीं तो अंतरिम व्यवस्था ही कर ली। स्थायी क्या हो... कौन जाने!Rajeev (राजीव)https://www.blogger.com/profile/04166822013817540220noreply@blogger.com