tag:blogger.com,1999:blog-18436534.post5596492239312057486..comments2024-01-10T15:57:22.152+05:30Comments on मसिजीवी: नंदीग्राम के कामरेड का बयान - पवन की एक कवितामसिजीवीhttp://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-63273591933245673692007-12-21T18:38:00.000+05:302007-12-21T18:38:00.000+05:30धन्यवाद भाई। कविता तो वह सब कुछ कहती है जिसे कई अख...धन्यवाद भाई। कविता तो वह सब कुछ कहती है जिसे कई अखबारों ने बाकायदा दबा दिया। और अगर सच के इतना करीब और हकीकत बताती कविता वाकई जनसत्ता के संपादक थानवीजी के हस्तक्षेप से छपी है तो निश्चित रूप से सच को सामने लाने का यह प्रयास और सराहनीय है। कविता छपने की इस अन्तर्कथा ने यह साबित कर दिया है कि अभी भी हमारी पत्रकारिता साहस और सच की बदौलत चौथा स्तंभ का दर्जा हासिल किए हुए है। कविता को ब्लाग पर छापने के लिए मसिजीवी को शुक्रिया। Dr Mandhata Singhhttps://www.blogger.com/profile/05562848365103091157noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-27528874919382608942007-12-20T22:59:00.000+05:302007-12-20T22:59:00.000+05:30बढ़िया कविता। लंबे समय तक याद रखने वाली। अपना पुरा...बढ़िया कविता। लंबे समय तक याद रखने वाली। अपना पुराना अखबार जनसत्ता, जहां से पत्रकारिता का मेरा नियमित सफर शुरू हुआ, अब अक्सर नहीं पढ़ पाता हूं। इस कविता को ब्लॉग पर डालकर हम सब तक पहुंचाने के लिए आपका धन्यवाद। जलेस, प्रलेस वाले आजकल कविताएं लिख रहे हैं या नहीं?दिलीप मंडलhttps://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-52637921561650132542007-12-20T19:41:00.000+05:302007-12-20T19:41:00.000+05:30कविता स्वयं ही सबकुछ कह जाती है, उसपर तो कुछ कह नह...कविता स्वयं ही सबकुछ कह जाती है, उसपर तो कुछ कह नहीं सकती । परन्तु अपने उन मित्रों, जो सोचते हैं समाजवाद, साम्यवाद जनता को बराबरी देगा , से कह सकती हूँ , बेलगाम सत्ता, ताकत जिसके भी हाथ में होगी उसकी आत्मा मर जाएगी व वह ऐसे ही जघन्य अपराध कर बच निकलेगा । सत्ता या शक्ति पाना सरल है परन्तु उसे अपने पर हावी ना होने देना कठिन है ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-1060330434267341972007-12-20T17:07:00.000+05:302007-12-20T17:07:00.000+05:30मार्क्सवादी बर्बरता और नंदीग्राम के सच को बयां कर...मार्क्सवादी बर्बरता और नंदीग्राम के सच को बयां करती इस कविता के रचयिता पवन और ब्लॉग पर इसके प्रस्तुतकर्ता मसिजीवी बधाई के पात्र है।संजीव कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/11879095124650917997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-24138109602809092622007-12-20T16:44:00.000+05:302007-12-20T16:44:00.000+05:30वाह, बरसों बाद हिन्दी कविता में सच को इतने बेलाग, ...वाह, बरसों बाद हिन्दी कविता में सच को इतने बेलाग, बेलौस ढंग से कहने की हिम्मत किसी ने की है।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-18436534.post-47748148805253850412007-12-20T11:25:00.000+05:302007-12-20T11:25:00.000+05:30पवन जी बधाई । मसिजीवी , यहाँ प्रस्तुत करने के लिए ...पवन जी बधाई । मसिजीवी , यहाँ प्रस्तुत करने के लिए आभार ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.com