Tuesday, January 10, 2006

बुदबुद फेन जीवन पुष्‍प


bubbled
Originally uploaded by masijeevi.

मेरा एक और फ्रैक्‍टल

5 comments:

  1. बढ़िया. जनाब कौन सा प्रोग्राम इस्तेमाल करते हैं जरा हमें भी तो बताएँ

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  2. सुन्दर दीख रहा है, जैसे प्राकृतिक हो !

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  3. मसिजीवी जी, कृपया आपकी इन कलाकृतियों का मतलब समझने का कुछ उपाय बताइये। मैं कला के मामले में बिल्‍कुल औरंग़ज़ेब हूँ।

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  4. रवि, अनुनाद ध्‍न्‍यवाद
    मैं fe (fractal Explorer) का इस्‍तेमाल कर रहा हूँ। अभी हाथ आजमाने शुरू ही किए हैं।
    प्रतीक :)
    क्‍या कहूँ मुझे लोग सकल कला विहीना ही कहते हैं। अपनी राय बता सकता हूँ पर वह भी कम औरंगजेबाना न होगी। पर फ्रैक्‍टल तो गणितीय समीकरण भर हैं इसलिए कला तो उसमें देखने वाले को ही गढ़नी होगी।

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  5. बहुत बढ़िया

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