ठीक है हम हिंदी वाले हैं और सारी दुनिया ऐसे सनकी लोगों को चंपक समझती है पर इतने भी नहीं हैं कि मात्र 12 लाख 130 डालर में बिक जाएं हुए ही कितने 48 रुपए से लगाएं तो 5 करोड़ 76 लाख......भई हमें अंडरवैल्यू किया जा रहा है। एक और साईट पर गए उनका कहना ये था
हमारा ब्लॉग तो कौडी का नहीं इस पर. सच में फर्जी है. :) आओ, मिलकर हाथ उठायें श्रेणी. हा हा!!! :)
ReplyDeleteसब जगह फर्जीवाड़ा है. :)
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