मसिजीवी
हिन्दी कलमघसीट का चिट्ठा
Sunday, December 25, 2005
इतिहास सो रहा है गहरी नींद
इतिहास सो रहा है गहरी नींद
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masijeevi
.
शहर का इतिहास सो रहा है
गहरी नींद
और हम मशगूल हैं तिजारत में उसके सपनों की
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