हिन्दी कलमघसीट का चिट्ठा
एक महीन छलनी हो जो दुनिया की तमाम कविताओं से छान सके सारे उत्तम पुरुष सर्वनाम कवितायेँ सब मेरा नहीं तेरा दर्द लिखें या फिर लिखें उसका दुनिया कहीं ज्यादा हो खूबसूरत अकुंठ और प्रेमिल।
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