Thursday, December 10, 2015

बिना मंज़िल की यात्राएं

तुम्हें दिखती है एक ज़िन्दगी
गली के वन साइड ओपन मकान सी
छोटा सा दरवाजा अदनी सी खिड़की
सोते शब्द जागते झगड़ते खाते पीते दिन बिताते
व्याकरण से बंधे शब्द

और तुम्हें दिखता है प्यार
बेमंज़िल यात्रा सा,
अर्थ के फिज़ूलपन के स्मारक सा

वक़्त मिले तो मकान की दुछत्ती के
बक्से से  दो डाइस के खेल व्यापार को
निकालना बाहर
मकान में कब से धूल खा रही हैं बिना मंज़िल की यात्राएं।

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