Saturday, January 14, 2006

धूम्रशिखा के रत्‍न


jewel in the smoke
Originally uploaded by masijeevi.

इन गणितिय रत्‍नों से पाला पड़ा तो आपके लिए भी हाजिर हैं। बिल्‍कुल मुफ्त होम डिलीवरी।

1 comment:

Pratyaksha said...

वाह ! सुंदर