Tuesday, November 29, 2005

स्‍तंभित जीवन


Transverse of life
Originally uploaded by masijeevi.

मेरा एक और फ्रैक्‍टल।।।

2 comments:

Jitendra Chaudhary said...

चित्र बहुत सुन्दर है।

शब्दशिल्प वाले ब्लॉग मे क्या परेशान ही जरा विस्तार से बताइये। शायद नाचीज कुछ मदद कर सके।

मसिजीवी said...

जित शुक्रिया
समस्‍या दरअसल मेरी मसिजीवी प्रकृति से ही हुई मैने बिना समझे बूझे वेबरिंग की सदस्‍यता लेकर navigation bar को कट पेस्‍ट किया। शायद मैने ही कुछ गलत किया होगा पर फिर पोस्टिंग नहीं हो पा रही थी। 25 % पर आकर अटक जाती थी। खैर अब ब्‍लॉग डिलीट कर फिर से बना लिया है पर पुरानी images फिर कभी अपलोड करूंगा।