सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली चीजों पर कम ध्यान जाता है जैसे कि जीमेल। याद आता है जब हॉटमेल पर एकाउंट हुआ करता था, और वो काफी वक्त तक रहा तो ये बात ही काफी होती थी कि अब ईमेल जॉंचने के लिए विश्वविद्यालय में टेलनेट से सर नही मारना पड़ता, जहॉं इंटरनेट मिले बेवबेस्ड ईमेल से काम चला लो। 1एमबी की सटोरेज थी और वो इतनी लगती थी कि शायद कभी खत्म नहीं होगी। अब जीमेल है जिसके बाद स्टोरेज की सीमा की अवधारणा ही खत्म हो गई।
कम लोग जानते हैं और उससे भी कम इस्तेमाल करते हैं लेकिन जीमेल में कई सारी सुविधाएं मुखपृष्ठ की बजाय जीमेल लैब्स पर दी जाती हैं। आज ही पता चला कि जीमेल ने आफलाइन ईमेल सेवा प्रदान करनी शुरू कर दी है। तकनीकी तौर पर इसका मतलब है कि इसे सेटिंग में जाकर लागू करने के बाद गूगल की तकनीक जिसे वे गीयर कहते हैं आपकी मेल्स को संजो कर रख लेंगी और बाद में रास्ते में या कहीं भी जब आप इंटरनेट पर न हों तब भी इन मेल्स को पढ़ सकेंगे, सर्च आदि कर सकेंगे। तकनीक साधारण लेकिन बहुत काम की दिख रही है। खासकर घूमते फिरते लागों के लिए। आप उपने उत्तरों को कम से कम ड्राफ्ट रूप में तो संजो ही सकेंगे। हमें बस यही समझना है कि इस आफलाइन अवतार में भी एडसेंस वाली ईमेल होगी या विज्ञापन मुक्त क्योंकि आफलाइन मोड में विज्ञापन तो क्लिक हो नहीं पाएंगे।
यदि आपने गूगल लैब को परखा नहीं हे तो जीमेल सेटिंग में जाएं वहॉं ऐसे कई और औजार हैं। आफलाइन जीमेल पर और जानकारी के लिए ये वीडियो देखें।