इस मामले में (अरे भई वही भड़ास का मामला) हमें भी कहना तो बहुत कुछ था। साथ हैं मनीषा के, पर बैन नहीं चाहते। उधर विनीत उत्पल ने भी बता दिया है कि इरफान, यशवंत व अविनाश एक (अच्छे दोस्त) हैं (मतलब सबकुछ अविनाश ही हैं, वैसे ये बात चैट की गटरगंगाओं में पहले भी बह रही थी) यानि नूरा कुश्ती है।
बताते चलूं मोहल्ला हो, टूटी- बिखरी हो या भड़ास सभी को मोडरेट करने वाले एक अच्छे दोस्त हैं, बेवकूफ बन रही है तो मनीषा और पूरी ब्लागर दुनिया।
पर इस सब पर लिखने की इच्छा नहीं हो रही। इसलिए केवल नीचे की तस्वीर देखें ये हमारे पूरे डिस्प्ले की ही तस्वीर है देखिए ब्लॉगवीर कितना ओवरटाईम कर रहे हैं, ऐसे में किसी और के लिए जगह ही कहॉं बची रह जाती है। पूरी स्क्रीन पर तो आप ही छा गए हैं-
1 comment:
mujhe lagta hai ki yashvant or avinash milkar koi khel khel rahe hain! mere khyal se sabhi dushmano ko bahar nikalne kaa acha tareeka hai, lekin voh bhool gaye ki hain ki jab kutte ki maut aati hai to voh rona shuru kara deta hai kyonki yeh dono media vale doosro ke talue chat-chat kar or doosro ke seene par pair rakhkar aage nikle hain, inke uper vishvas karna poison lene ke barabar hai kyonki kabhi ye chokherbali ban jaate hai to kabhe ye dipti dube, mudde uthane ke siva apni baat rakhne ka dum inme nahin hai....
aak! thoooo...........
yours
fan(tablefan):)
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