आज एक ब्लॉग पोस्ट लिखने के विषय मेँ सोचा था हैरान करते हुए यह गूगल वॉइस टाइपिंग का सहारा मिल गया है इसलिए मैंने सोचा है क्यूँ न इसकी ही सहायता से
पूरी ब्लॉग पोस्ट लिखें कुछ गलती हो तो हो ही जायेंगी पर संपादित कर लेना फिर भी
आसान रहेगा तो दोस्तो यह मेरी पहली ब्लॉग पोस्ट है जो टाइपिंग की बजाए बोलकर लिखी जा
रही है हाँ इसके बाद मुझे इसके संपादन कुछ समय लगाना पड़ा है फिर भी मुझे लगता हे
कि जुगाड काम आ रहा है इसके लिए लगातार इंटरनेट का उपलब्ध होना तो खैर जरुरी है लेकिन
फिर भी आजकल के हिसाब से इसे अच्छा ही कहा जाएगा छोटी बहुत गलतियाँ वर्तनी मेँ ये कर
रहा है लेकिन हिंदी टाइपिंग की सुविधा जिन लोगोँ के पास नहीँ है उनके लिए तो यह वरदान ही कहा जाएगा काफी बोल चुका अब देखता हूँ कि कैसा बन पड़ा
है।
पहला विचार: मुझे लगता है कि अगर फोन को इस तरह पकड़ कर बोलने की बजाए मेँ हैंड्स फ्री या ब्लू टूथ का इस्तेमाल करुँगा तब गलतियो की गुंजाइश और भी कम हो जाएगी हिंदी स्पीच रिकग्निशन ओर अंग्रेजी स्पीच रिकग्निशन में यह अंतर तो है ही कि हिंदी मेँ हमारी आवाज ओर बोलने का तरीका सबसे सामान्य होता है यानि कि अंग्रेजी मेँ जितनी गलती एक स्पीच रिकग्निशन सॉफ्टवेयर करता है उतनी हिंदी वाला सॉफ्टवेयर नहीँ करेगा ये अलग बात हे की किसी ने अब तक एक पूरी तरह निर्दोष सॉफ्टवेयर बनाने की कोशिश ही नहीँ की थी अब गूगल इस सोफ्टवेयर को लेकर आया है तो उम्मीद है अच्छा ही रहेगा अभी देखते हेँ मुझे उम्मीद है कि जल्द से जल्द गूगल को इसका ऑफलाइन संस्करण भी लेकर आना चाहिए असली मजा तो तभी आएगा आपने बोलना शुरु किया ओर एक लेख तैयार इससे बेहतर भला और क्या चाहिए !!
पहला विचार: मुझे लगता है कि अगर फोन को इस तरह पकड़ कर बोलने की बजाए मेँ हैंड्स फ्री या ब्लू टूथ का इस्तेमाल करुँगा तब गलतियो की गुंजाइश और भी कम हो जाएगी हिंदी स्पीच रिकग्निशन ओर अंग्रेजी स्पीच रिकग्निशन में यह अंतर तो है ही कि हिंदी मेँ हमारी आवाज ओर बोलने का तरीका सबसे सामान्य होता है यानि कि अंग्रेजी मेँ जितनी गलती एक स्पीच रिकग्निशन सॉफ्टवेयर करता है उतनी हिंदी वाला सॉफ्टवेयर नहीँ करेगा ये अलग बात हे की किसी ने अब तक एक पूरी तरह निर्दोष सॉफ्टवेयर बनाने की कोशिश ही नहीँ की थी अब गूगल इस सोफ्टवेयर को लेकर आया है तो उम्मीद है अच्छा ही रहेगा अभी देखते हेँ मुझे उम्मीद है कि जल्द से जल्द गूगल को इसका ऑफलाइन संस्करण भी लेकर आना चाहिए असली मजा तो तभी आएगा आपने बोलना शुरु किया ओर एक लेख तैयार इससे बेहतर भला और क्या चाहिए !!
9 comments:
बधाई आप बोलकर लिख पाये। हम तो सोच रहे हैं क्या खता हुयी जो गूगल बाबा ने हमको अभी तक ये सुविधा नहीं दी।
एक बार ऑफलाइन ये सुविधा मिल जाय तो रिकॉग्नीशन का समय भी घट जाना चाहिये। इसका भविष्य बेहतर दिख रहा है।
श्रीश हम एक साधारण जुगाड़ का इस्तेबमाल कर रहे हैं इससे मैं सीधा कंप्यूंटर का इस्तेोमाल कर पा रहा हूँ। बोल तो फोन पर रहा हूँ किंतु संपादन के समय पूरे कीबोर्ड का लाभ मिल रहा है। तरीका बस इतना है कि वॉयस टाइपिंग सेटिंग में हिन्दीा भाषा जोड़कर (तथा अंगेजी हटाकर) स्पीैच टू टेक्ट्ँ। शुरू कर लिया है अब मैं बजाए नेट पर टाईप करने के फोन पर वर्ड फाइल में टाईप कर रहा हूँ जब पूरा बोल लेता हँ तो सेव कर लेता हूँ ड्रापबाक्सप में । अब इसे सीधा कंप्यूलटा पर खोलकर संपादित करता हूँ फिर चाहे जैसा इस्तेेमाल करो- चाहे वर्डमें, ब्लॉग, फेसबुक... कैसे भी।
वाह, ये और बढ़िया जुगाड़ है. मोबाइल पर बोलकर लिखो और क्लाउड में सहेज कर अपने पीसी पर संपादित करो.
अब जरा, जनता के लिए एक चरण-दर-चरण ट्यूटोरियल भी बना कर छाप दीजिए कि यह आपने कैसे किया ताकि आसानी हो.
वल्लाह. आज तो गूगल जी जय एक बार फिर से बोल ही देनी चाहिए
वल्लाह. आज तो गूगल जी जय एक बार फिर से बोल ही देनी चाहिए
मसिजीवी जी, मेरे विचार से इस काम में आसानी के लिये आप फोन में गूगल कीप एप इंस्टॉल कर लें। यह गूगल की क्लाउड बेस्ड नोट टेकिंग एप है। फोन में इसकी एप में जो कुछ आप टाइप करेंगे वह रियल टाइम में सिंक होता रहेगा (फोन सैटिंग में ऑटो सिंक इनेबल होना चाहिये) जिससे आप पीसी पर keep.google.com पर जाकर सीधे देख सकेंगे। वर्ड फाइल में लिखकर फिर उसे मैनुअली ड्रॉपबॉक्स में सेव करने का झंझट नहीं रहेगा।
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.google.android.keep
श्रीशजी अच्छा विचार है। हालांकि उसका इंटरफेस मुझे जटिल लगता है पर तब भी सुविधा देखते हुए वह बेहतर विकल्प है।
इस सारे प्रकरण में लगातार उच्च गति का इंटनेट उपलब्ध होना ही सबसे बडी बाधा है बाकी को तो खैर भुगता जा सकता है।
आपके मुंह में घी शक्कर टाइप की खबर है।
अब कुछ दिन इसके साथ माथापच्ची करेंगे और फिर टाइप का काम बहुत हद तक कम हो जाएगा :)
देखते हैं, अभ्यास करने के बाद एक पोस्ट लिखकर मैं भी पोस्ट करूंगा।
सादर
All human beings are born free and equal in dignity and rights.
They are endowed with reason and conscience and should act towards one another in a spirit of brotherhood.
ऑल् ह्युमन् बिइन्ग्झ् आर् बोर्न् फ्रि ऍन्ड् ईक्वल् इन् डिगनटि ऍन्ड् राइट्स्.
धे आर् इन्डाउड् विथ रीझन् ऍन्ड् कान्शन्स् ऍन्ड् शुड् ऍक्ट्
टुवोर्ड्झ् वन् अनधर् इन् अ स्पिरिट् अव् ब्रधर्हुड्...IPA to HINDI transliteration
Now try to voice-read English text (this Hindi text) and see whether it types the way it's shown in Hindi.
If it does then we can write English words pronunciation in Hindi learn English in our script which can be converted to English text with better tools.
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