Sunday, December 16, 2007

गनीमत है गया बिग बेन

bigben

मूलछवि आभार - विपुल

शहर के बीचों बीच बैठे हैं, बोले तो कनॉट प्‍लेस का सेंट्रल पार्क। आए तो देखने कि कैसे वो भद्दा घंटाघर बिग बैंग (बेन) शहर के बीचों बीच टांग दिया है। आए तो सुखद अनुभूति हुई कि बिग बेन हटा दिया गया है। 

ओस भरी शाम है सर्द पर खुशनुमा। बच्‍चे किलक रहे हैं। नए लैपटाप के साथ जाहिर है मन ललच रहा हे कि पहली आऊटडोर पोस्‍ट ठेल दी जाए।   तो इस सूचना के बहाने कि हमारे शहर दिल्‍ली पर लंदन के मेयर को खुश करने के लिए औपनिवेशिक मानसिकता का जो प्रतीक थोपा गया था उसे अब शहर के माथे से हटा दिया गया है। हम अपनी पहली पहली बेतार पोस्‍ट आपको समर्पित करते हैं- जुगाड़ के यंत्र हैं-  कम्‍पैक सी-700  (सबसे सस्‍ता, जाहिर है)  और इंटरनेट कनेक्‍शन है इंडिकॉम का (मंगनी का)

6 comments:

अभय तिवारी said...

मुबारक हो!

विनीत कुमार said...

mubarak ho sirji jholachaap image torne ke liyae.mangni ka item kaha-kaha milega aur kya-kya milega detail bheje, plz.

ALOK PURANIK said...

बधाई च शुभकामनाएंजी।
लैपटाप धांसू चले जी।

बोधिसत्व said...

बधाई
इस ताने के साथ
मंगनी के सुखसाज से अच्छा ठाठ फकीरी में...

अनूप शुक्ल said...

वाह, बधाई!

Sanjeet Tripathi said...

मुबारकां