Thursday, August 21, 2014

राष्‍ट्र को राष्‍ट्र रहने दो...उसे इज़राइल न करो

अमेरिका के मिसोरी प्रांत के फर्ग्‍यूसन इलाके में आजकल कोहराम मचा हुआ है। एक 18 साल के निहत्‍थे अश्‍वेत पर एक पुलिस अधिकारी ने गोली चलाकर उसकी जान ले ली। उसके बाद से वहॉं अशांति की स्थिति है। अपने ही निहत्‍थे असैनिक नागरिकों पर हिंसा को अक्‍सर राष्‍ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद विरोध आदि के सहारे  सही ठहराने के कोशिश होती रही है। किंतु जो लोग अातंकवाद, राष्‍ट्रीय सुरक्षा या ऐसे ही जुमलों का इस्‍तेमाल अति राष्‍ट्रवाद को हवा देने के लिए करते हैं उनसे सावधान होने की जरूरत है। समाज का मिलिटराइजेशन व आंतरिक सुरक्षा के लिए जासूसी व अन्‍य सर्विलांस तकनीकों के विस्‍तार की वकालत इसी तबके की मांग होती है। संक्षेप में कहें तो देश का इजराइलीकरण करने की जिद। अमरीका के जिन अफसरों को इजराइलीकृत होने भेजा गया था उन्‍होंने ही वापस आकर वह हालात पैदा किए हैं जो वहॉं आजकल फर्ग्‍यूसन इलाके में दिख रहे हैं। भारत के इजराइलीकरण के पक्षधर संघी तो कोई सबक लेंगे नहीं किंतु हम प्रतिरोध करने वाले समझें कि हमारा ये विरोध फिलिस्‍तीन के समर्थन का 'अहसान' नहीं खुद भारत को बचाए रखने के जरूरत है।



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