Monday, March 26, 2007

विश्‍व हिंदी सम्‍मेलन 2007 : छा जाओ चिट्ठाकारो

एक मित्र मिले, पत्रकार हैं हमारे अनुजवत् हैं उन्‍होंने हमें सूचना दी कि अगला विश्‍व हिंदी सम्‍मेलन न्‍यूयार्क में 13-15 जुलाई को हो रहा है और वे सरकारी प्रतिनिधि की हैसियत से उसमें भागीदारी करेंगे। सम्‍मेलन भारतीय विद्या भवन और अन्‍य कई संस्‍थाओं के सहयोग से विदेश मंत्रालय कराता है और जुगाड़-सेटिंग वगैरह वगैरह की सारी कलाबाजियॉं इसमें होती है और हम पहले से भी इससे खासे वाकिफ़ हैं लेकिन अभी इतने सिनीकल नहीं हो पाएं हैं कि कोई आशा ही न रखें।
तो भैया लोग हम तो इसे हिंदी चिट्ठाकारी के लिए सही मौके की तरह देख रहे हैं।
अमरीका और कनाडा के वे चिट्ठाकार जो 13-15 जुलाई के बीच 27वीं स्‍ट्रीट 7वाँ ऐवेन्‍यू न्‍यू यार्क पहुचने की जहमत और खर्चा उठा सकते हों (या सरकारी खर्चे का जुगाड़ कर सकते हों) कृपया करें। और जोर शोर से हिंदी चिट्ठाकारी की बात वहाँ उठाएं। हमने पिछले दिनों एक नेशनल कांफ्रेंस में हिंदी चिट्ठाकारी पर परचा पढ़ा था इसलिए काफी सामग्री इसके सिद्धांत, पहचान और भाषा वगैरह पर तैयार है और भी परिश्रम कर आपके मतलब की सामग्री आपको देने के लिए तैयार हैं। इन मित्र को तो हम खैर पूरी तरह तैयार करके भेजेंगे ही। जितने हो सकें चिट्ठाकार वहाँ रहें और संभव हो तो एकाध सत्र या परचा इस विषय पर जुटा लें, हिंदी चिट्ठाकारी के लिए अच्‍छा रहेगा। और भी योजनाएं बनाई जा सकती हैं।पत्रकार-चिट्ठाकार भी काफी सहयोग कर सकते हैं।तो अविनाश, मिर्ची सेठ, समीर भाई और अन्‍य चिट्ठाकारो गाड़ दो झंडे....

4 comments:

राकेश खंडेलवाल said...

प्रिय बन्धु
इस आयोजन में जुगाड़ी स्थितियां भारतीय परिवेश में ही होंगी< यहां भारतीय विद्या भवन मे नहीं. मैं भवन के अधिकारियों से पिछले चबीस वर्षोंसे परिचित हूँ और उनके सहयोग और हिन्दी के विकास में योगदान में भारतीय तंत्र की पद्धितियों का तनिक भी समावेश नहीं है.

जी हां यहां जितनी बातें हिन्दी की चिट्ठाकारिता और यूनी कोड के मानकी करण के लिये उठाई जायेंगी. उनकी रूपरेखा पर पहले से ही विचार हो रहा है. उत्तरी अमेरिका की विश्व हिन्दी समिति, हिन्दी न्यास और अंतर्रष्ट्रीय हिन्दी समिति भी इस दिशा में प्रयत्नशील हैं

आपका आभार कि आपने फिर एक बार सजग किया है इस विषय में निरंतर सोचते रहने के लिये

Udan Tashtari said...

जरुर तैयारी की जायेगी. आप अपने पर्चे का मसाला भेजें और उसमें हम भी कुछ जोड़े, तब मजा आये. इंतजार रहेगा.

मसिजीवी said...

शुक्रिया राकेश जी।
जी मेरा संकेत भी केवल भारत उसमें भी विशेषकर विदेश मंत्रालय में चल रहे जुगाड़ सेटिंग की ही तरु ही था। पर फिर भी अब तक जिन लोगों के शिष्‍टमंडल में शामिल होने का समाचार है उनमें से कुछ से तो जरूर आशा रखता हूँ, फिर आप लोग तो हैं ही।

जरूर समीरजी, अभी परचा अंग्रेजी में है, उसका अनुवाद करके आपके पास भेजूँगा।

Anonymous said...

masijeevi Bhai

ham to aap ki pakaaaI hui kheer pahale hee khaa chuke hain :)

abb shesh sur lok ke devo kaa bhi bhog lagaayein !