बन्ने के वंदनवार
महाता उन्राओ की सूनी ऑंखें
ये दो अलग तस्वीरें हैं और इनमें यदि आपको आपस में कोई संबंध नहीं दिखाई देता तो दोष आपका नहीं क्योंकि अरअसल ये हैं ही अलग अलग समाचारों और सरोकारों से जुड़ी तस्वीरें बस हुआ इतना भर है कि आज के हिंदुस्तान टाईम्स में ये आमने सामने के पेज पर छपीं हैं और कई विसंगतियों को खुद व्यक्त करतीं हैं। कल नीरज दीवान ने निमंत्रण पत्र छापकर इस शादी नं. 1 की सूचना पोस्ट की थी जिसकी सजावट यहाँ हो रही है।
दूसरी ओर वे हैं जो चिंता नं. 1 होनी चाहिए पर है नहीं।
2 comments:
सही
ह्म्म्म!!
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