हिंदी में गूगल ही एक नई परिघटना है इसलिए जाहिर है गूगलिंग से दूसरे के बारे में जानने का चलन कम है। पर अगर ये कुछ लोगों के लिए कारगर है तो जाहिर है ये हम ही हैं- हिंदी के ब्लॉगर- यानि हिंदी हाईपर टेक्स्ट सृजन में सबसे आगे। तो इंटरनेट पर आपकी व्याप्ति कितनी है इसका उत्तर अगर आपको .02 सेकंड में पता चले कि लगभग 22500 बेवपेजों में आपका उल्लेख है तो जाहिर है कि आपका सीना गर्व से चौड़ा हो सकता है कि चलो हम कहीं तो बहुत लोकप्रिय हैं। खैर ये हमने अपने विषय में नहीं कहा था- ये हैं अपने सुपर स्टार सकुलजी देखें- .02 सेकंड में 22500
कुछ अन्य हस्तियॉं जिनका अहम की मिजाजपुरसी गूगल खोज से हम कर रहे हैं- वे हैं जीतू भाई, .09 सेकेंड में 9980
रवि रतलामीजी, .10 सेकेंड में 11500
समीर भाई .17 सेकेंड में 28500
और हमारे प्रिय चिट्ठाकार सुनील दीपक। .09 सेकेंड में 16100
आप भी अपने अहम को सहला सकते हैं, आसान है- गूगल पर जाएं अपना नाम खिड़की में लिखें और अपनी अंतर्जाल व्याप्ति की रपट देखें , एक सेकेंड से भी कम में। हमने भी देखी है अपनी, पर बताएंगे नहीं- इतनी इंप्रेसिव नहीं है। कैसे होगी- समीर बहुत हो सकते हैं, जिंतेंद्र, सुनील भी पर मसिजीवी तो ऐसा नाम है कि अब तक तो कोई हुआ नहीं..इसलिए दोहराव नहीं। पर फिर भी साहब हम बता दें कि हमारी व्याप्ति नामवर सिंह और आमिर खान से ज्यादा है। क्या...आप इन लोगों को नहीं जानते...ओह लो देखें।
अब तो शर्म कर आमिर खान को रविजी की बात मानकर अपना ब्लॉग बना ही लेना चाहिए।
8 comments:
अरे रहने दीजिये इन बालीबुडिओं को किसी तो क्षेत्र में अपने पीछे
बहुत पहले हमने भी इस पर लिखा था यहां देखिये
http://aaina2.wordpress.com/2007/02/04/bloggers/
अरे.... मसीजीवी जी डर गये लगता है.जरा पंगेबाज लिख कर तो देखते .सबसे पहले आते है.गूगल भी डरता है ध्यान रखियेगा...
क्या बात है सर। अब ध्यानार्थ की जगह गूगलार्थ लिखा जाएगा। गूगल में डूबकी लगा कर नाम जल ले आते हैं।
धन्य हो गये, अब तो गुगल को रोज अगरबत्ती लगाया करेंगे.
वैसे जी हमारा नाम भी काफी यूनीक है पर फिर भी बोलने-बताने लायक संख्या आ ही जाती है। :)
दिल को खुश रखने का...
हां हम देख रहे हैं। खुश भी गये। :)
मैं भी खुश हो गया - आमिर से आगे जो हूँ गूगलिंग में.
परंतु अग्रेज़ी में हिसाब बहुतेई उल्टा पड़ेगा :)
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