विश्व हिंदी सम्मेलन समय समय पर होने वाले एक बहुत बड़ा अनुष्ठान है। इस बार ये न्यूयार्क में बस कल ही शुरू होने ही वाला है। हमने एक पिछली पोस्ट में समर्थ चिट्ठाकारों से आग्रह किया था कि यथासंभव अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। बाकी हिंदी प्रेमियों की ही तरह हम भी इस तरह के आयोजनों को लेकर थोड़े बहुत असमंजस में तो होते ही हैं लेकिन जैसा पहले कहा था कि अब वह उम्र नहीं रही कि सिनीकल होकर कहें कि देश भर के हिंदी माफिया, सरकारी खर्च पर इकट्ठे होकर पहुँच रहे हैं, नेता, पत्रकार, प्रोफेसर, आलोचक, ....। भले ही इसका अधिकांश सच हो फिर भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का इतना बड़ा उत्सव है तो स्वागतयोग्य ही।
सम्मेलन की अधिकारिक बेवसाईट यहॉं है। तथा सम्मेलन का कार्यक्रम भी वहीं है। कम से कम कुछ चिट्ठाकार तो वहॉं हैं ही। चकल्लस वाले अशोक चक्रधर तो मुख्य कर्ता धर्ता हैं ही। अनुगूंज के रिपुदमन भी रहेंगे ऐसा उन्होंने बताया। अशोकजी वहॉं सम्मेलन समाचार निकालने वाले हैं जिसके लिए एक टीम बाकायदा वहॉं जिससे हमें उम्मीद है कि सम्मेलन की कार्यवाही की रपट निरंतर मिलती रहेगी। हमें मिलेगी तो हम ब्लॉग पर डालेंगे।
अब रह गया ये सवाल कि वहॉं हिंदी चिट्ठाकारी पर बात होगी कि नहीं और अगर होगी तो उसकी दिशा क्या होगी। इस प्रकार के बड़े सम्मेलनों में हर पक्ष को अपनी बात पर ध्यान आकर्षित के लिए बहुत लॉबिंग करनी पड़ती है- तो चिटृठाकार मित्र अगर खुद वहॉं पहुँच रहे हैं तो भी वरना जो पहुँच रहे हैं उन तक आवाज पहुँचाई जाए कि चिट्ठाकारी को इस मंच का समर्थन मिल सके।
5 comments:
कई दिन से वेबसाईट की लिंक खोज रहा था. वह आपके लेख से मिल गया. एक बार साईट देख लूं फिर लौटता हूं.
धन्यवाद.
अरे भाई पहले अपने देश में तो हिंदी को बचा लीजिए. विश्व में बाद में फैला लेंगे.
हिंदी पर सरकारी आयोजन से इतनी उम्मीदें? भगवान आपका दिल न दुखाए
अनूप भार्गव दूसरे दिन पांच मिनट के लिये बोलेगें। उनका विषय है प्रौद्योगिकी का हिंदी प्रसार में योगदान। उसमें वे ब्लाग के बारे में भी कुछ बोल ले जायेंगे। :)
आपका blog अच्छा है
मे भी ऐसा blog शुरू करना चाहता हू
आप कोंसी software उपयोग किया
मुजको www.quillpad.in/hindi अच्छा लगा
आप english मे करेगा तो hindi मे लिपि आएगी
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